पूज्य आचार्य श्री ‘विक्रमादित्य राश्ट्र विभूति’ सम्मान 2022 से सम्मानित
यह सम्मान धर्म व संस्कृति के प्रति हमारी जिम्मेदारियों को और अधिक दृढ़ता व कुशलतापूर्वक निभाने हेतु:आचार्यश्री
On
हरिद्वार। सेवाधाम आश्रम द्वारा ‘विक्रमादित्य राष्ट्र विभूति’ सम्मान 2022 के रूप में पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज को सम्मानित किया गया। पूज्य आचार्य जी महाराज को यह सम्मान विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के कुलपति श्री अखिलेश पाण्डे, डाॅ. वेद प्रताप वैदिक जी श्री सुधीर बंसल जी, उज्जैन के विधायक श्री पारस जैन जी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर पूज्य आचार्य श्री ने कहा कि यह क्षण हमारे लिए सम्मान से ज्यादा अपने अतीत, इतिहास को याद करने का है। सम्राट विक्रमादित्य द्वारा जिन मर्यादाओं की स्थापना की गई वह अपने आप में एक आदर्श है। उनको याद करने के लिए विक्रम संवत की स्थापना की गई है।
पूज्य आचार्य श्री ने कहा कि यह दिन सम्राट विक्रमादित्य के पद चिन्हों पर चलकर राष्ट्रवाद के जागरण को पुनस्र्थापित करने का संकल्प दिवस है। उन्होंने कहा कि पतंजलि योगपीठ धर्म, अध्यात्म, संस्कृति व संस्कार के संरक्षण का कार्य बड़ी कुशलता से कर रही है। इस सम्मान का अर्थ संस्कृति के प्रति हमारी जिम्मेदारियों को और अधिक दृढ़ता व कुशलतापूर्वक निभाने के लिए दिया गया आदेश है। उन्होंने कहा कि श्री सुधीर गोयल जी के माध्यम से संचालित आश्रम में जिस प्रकार निराश्रित दिव्यांग व मनोरोगिजनों की सेवा का कार्य किया जा रहा है वह सभी देशवासियों के लिए अनुकरणीय होने के साथ ही युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक भी है। इन सेवा कार्यों में हम सभी को सहभागी बनना चाहिए। यहां मानसिक रूप से विक्षिप्त रोगियों की सेवा पूर्ण मनोयोग एवं समर्पण के साथ जिस प्रकार से की जाती है, ऐसे अद्भुत सेवा कार्य के लिए श्री सुधीर गोयल जी व उनकी पूरी टीम के प्रति देश कृतज्ञ है। जब सेवा की बात आती है तो हम सभी हिन्दू धर्म से इतर दूसरे मतावलंबियों का उदाहरण देते हैं। उन लोगों से भी निवेदन है कि सेवा हिन्दू धर्म की मूल आत्मा है। उस आत्मा को देखना हो तो सेवा धाम आश्रम में आकर देख सकते हैं।
Related Posts
Latest News
एजुकेशन फार लीडरशिप का शंखनाद
08 Dec 2024 15:59:36
राष्ट्रभक्त बुद्धिजीवियों को विश्व नेतृत्व के लिए तैयार करने की योजना -
पतंजलि विश्वविद्यालय के विश्वस्तरीय वृहद सभागार में आयोजित...