कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विवि में शास्त्रभारती व्याख्यान
व्यक्तित्व निर्माण में योग एवं आहार की भूमिका: स्वामी परमार्थदेव
On
हरिद्वार। के.के. संस्कृत विश्वविद्यालय के भारतीय दर्शन एवं योग विभाग के सहयोग से कविकुलगुरु कालिदास डाॅ. शास्त्रभारती व्याख्यान श्रृंखला टोटडे हाॅल में समापन हुआ। इस व्याख्यानमाला की अध्यक्षता कुलपति प्रो. भूमिका हरेराम त्रिपाठी ने की। पतंजलि योगपीठ में मुख्य वक्ता हरिद्वार के प्रख्यात योग साधक एवं योग उपदेशक स्वामी परमार्थदेव उपस्थित थे। इस व्याख्यान कार्यक्रम के संयोजक डाॅ. देवानंद शुक्ल, श्री दिनेश जी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन से हुई। प्रो. कलापिनी अगस्ती द्वारा कहा गया कि कोरोना काल के बाद स्वस्थ जीवन शैली और योग एवं आहार के बढ़ते महत्व के लिए मार्गदर्शन प्राप्त करने के उद्देश्य से इस व्याख्यान का आयोजन किया गया था।
स्वामी परमार्थदेव जी ने के.के. संस्कृत विश्वविद्यालय में ‘व्यक्तित्व विकास में योग एवं आहार की भूमिका’ विषय पर व्याख्यान दिया गया। उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा, शरीर सभी कार्यों का साधन है। शरीर और मन के स्वस्थ रहने पर ही हम न केवल अपने दैनिक कार्य भली-भांति कर सकते हैं, बल्कि राष्ट्रीय कार्य में भी अपना योगदान दे सकते हैं। यह सब योग और आहार से प्राप्त होता है। योग ऋषि परम पूज्य रामदेव जी महाराज ने योग और आयुर्वेद को हर जगह फैलाया, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को पूरी दुनिया में पहुंचाया। आहारशुद्धौ सत्त्वशुद्धि- ऐसा हमारी पुस्तकों में कहा गया है। उत्तम स्वस्थ का अर्थ है सीमित और कम मात्रा में आहार न केवल हमारे शरीर को साफ करता है बल्कि यह सुंदर मन और शरीर हमें देश की सेवा के लिए और अधिक उपयोगी बनाता है। रसना और इच्छा पर नियंत्रण, संयमित आहार और नियमित योग ही संतुलित, सात्विक, स्वस्थ जीवन शैली और व्यक्तित्व निर्माण का रहस्य है।
अध्यक्षीय भाषण में के.के. संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने स्वामी परमार्थदेव जी (मुख्य केन्द्रीय प्रभारी) को उनके आगमन एवं मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. सचिन द्विवेदी, प्रो. कलापिनी अगस्ती, सचिन द्विवेदी, प्रो. अतुल गलेराव, डाॅ. रेणुका करंदीकर ने सहयोग किया।
Latest News
एजुकेशन फार लीडरशिप का शंखनाद
08 Dec 2024 15:59:36
राष्ट्रभक्त बुद्धिजीवियों को विश्व नेतृत्व के लिए तैयार करने की योजना -
पतंजलि विश्वविद्यालय के विश्वस्तरीय वृहद सभागार में आयोजित...