पतंजलि योगपीठ के तत्वावधान में गोवा बना योगमय

निःशुल्क योग शिविर:  गोवा को योग भूमि बनाने हेतु बनेगा ‘पतंजलि वैलनेस सेंटर’

पतंजलि योगपीठ के तत्वावधान में गोवा बना योगमय

     पणजी, गोवा। योग के माध्यम से मन और शरीर को एकाग्र करके जीवन में शाश्वत सुख प्राप्त करना संभव है। गोवा को योग भूमि बनाने के लिए पतंजलि योगपीठ द्वारा जल्द ही एक योग वेलनेस सेंटर स्थापित किया जाएगा। पतंजलि आयुर्वेद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परम पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने विश्वास व्यक्त किया कि गोवा के लोग योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करके देशवासियों के सामने एक मिसाल कायम करेंगे। वे मीरामार गोवा में निःशुल्क तीन दिवसीय योग शिविर के द्वितीय सत्र में बोल रहे थे, उन्होंने कहा कि गोवा को सदाचार, पवित्रता और खुशी की भूमि के रूप में जाना जाता है। जीवन की समस्याओं से परेशान लोग खुशी की तलाश में गोवा आते हैं, साथ ही कुछ नागरिक मन की शांति व आराम करने के लिए गोवा आते हैं। हालाँकि, उन्हें गोवा में केवल अस्थायी खुशी मिलती है। मीरामार में योग शिविर में स्वयं परम पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज व परम पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज द्वारा योगाभ्यास, आयुर्वेद, स्वदेशी एवं भारतीय शिक्षा के विस्तार हेतु चर्चा भी की, उन्होंने कहा कि गोवा में योग वेलनेस सेंटर की स्थापना से देशी-विदेशी पर्यटकों को शाश्वत सुख मिल सकता है।
     प्राचीन काल में मानव समाज के विकास के लिए योग, आयुर्वेद की रचना की गई थी। योग पर किसी एक समुदाय का एकाधिकार नहीं है। जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग योग का अभ्यास कर सकते हैं। इसलिए मानव समाज को बिना किसी संकोच के योग और आयुर्वेद को अपनाने की जरूरत है। पूज्य आचार्य जी महाराज ने यह भी कहा कि अगर ईमानदारी से योग का पालन किया जाए तो अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
योग मुद्राओं का प्रदर्शन-योग शिविर के दूसरे दिन योग लोकमान्य मातृभूमि के साधकों को योगगुरु स्वामी रामदेव जी महाराज ने विभिन्न योग आसनों की जानकारी एवं प्रदर्शन प्रस्तुत किए। स्वस्थ जीवन के लिए उचित आहार आवश्यक है। शिष्य संप्रदाय के योगगुरु स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि योगाभ्यास नियमित रूप से करना चाहिए।
     गोवा के मुख्यमंत्री डाॅ. प्रमोद सावंत जी ने कहा कि योग मनुष्य को जोड़ने का काम करता है। योग में संपूर्ण ब्रह्मांड को एक सूत्र में बांधने की शक्ति है। इसलिए संयुक्त राष्ट्र (यू.एन.ओ.) ने सर्वसम्मति से योग को स्वीकार कर लिया है। पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने कहा कि लोग बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए योग की ओर रुख कर रहे हैं क्योंकि दुनिया भर के लोगों ने अपने जीवन को स्वस्थ बना लिया है। आयुर्वेद, योग मानव जीवन को स्वस्थ बनाने में समर्थ है। पूज्य आचार्य जी ने शोध कर दवा उत्पादन के जरिए हमारे देशवासियों को नयी-नयी आयुर्वेदिक आधार पर सफल दवायें प्राप्त हो रही है। योग शिविर में स्वामी ब्रह्मेशानंद जी, तपोभूमि कुण्डई में पणभ केन्द्रीय पर्यटन मंत्री उपस्थित रहे एवं हजारों की संख्या में योग साधकों द्वारा योगाभ्यास भी किया गया।

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