योग शिविर: बीमारियाँ दूर करने में योग कारगर
चंडीगढ़। शरीर की बाहर से तो खूब साफ सफाई होती है लेकिन भीतर दवाइयों का स्टोर बन चुका है। जीवन दवाई के सहारे चल रहा है। लेकिन रोजाना दो घण्टे यौगिक क्रियाओं के अभ्यास से इन दवाइयों के अलावा बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। यह विचार पतंजलि युवा भारत के केन्द्रीय प्रभारी भाई राम आशीष जी ने व्यक्त किए। चण्डीगढ़ कार्यकारिणी की बैठक में युवा प्रभारियों को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि दो घंटे योग प्राणायाम से जीवन को सुखी बनाया जा सकता है। युवा प्रभारियों का…
चंडीगढ़। शरीर की बाहर से तो खूब साफ सफाई होती है लेकिन भीतर दवाइयों का स्टोर बन चुका है। जीवन दवाई के सहारे चल रहा है। लेकिन रोजाना दो घण्टे यौगिक क्रियाओं के अभ्यास से इन दवाइयों के अलावा बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
यह विचार पतंजलि युवा भारत के केन्द्रीय प्रभारी भाई राम आशीष जी ने व्यक्त किए। चण्डीगढ़ कार्यकारिणी की बैठक में युवा प्रभारियों को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि दो घंटे योग प्राणायाम से जीवन को सुखी बनाया जा सकता है। युवा प्रभारियों का यह दायित्व बनता है कि वह योग प्रशिक्षण के सिखे सभी बातों को आगे समाज के हर वर्ग तक पहुंचाएं। ज्यादा से ज्यादा योग शिक्षक तैयार करें जिससे लोगों को सहज और निःशुल्क योग सीखने का अवसर मिल सके। भाई राम आशीष जी ने कहा कि पहले बेशक योग को अलग दृष्टि से देखा जाता था लेकिन अब योग की क्रांति आ चुकी है। अब हर आयु वर्ग इसका महत्त्व जानने लगे है। योग से सिर्फ बीमारियाँ ही ठीक नहीं होती बल्कि इससे तनाव रहित जीवन और आचरण अच्छा होता है। बहुत से संस्थान फर्जी सर्टिफिकेट बांटकर इसे व्यापार बना रहे हैं। पतंजलि सहयोग शिक्षक और अन्य सभी प्रशिक्षण निःशुल्क देकर प्रमाणिक योग शिक्षक तैयार कर रहा है। जो सिर्फ देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी सेवा दे रहे हैं। यह प्रमाण पत्र सभी जगह मान्य है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में ही बहुत से ऐसे लोग हैं जिनकी क्षमता 1 क्विंटल पनीर की भी नहीं है और वह कई क्विंटल का व्यापार कर रहे हैं। इस मिलावट खोरी को समझने की जरूरत है।