आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज -जूना पीठाधीश्वर
मैं पतंजलि गुरुकुलम् में भारत का भविष्य देख रहा हूँ। यहाँ पढ़ने वाले देश के भविष्य को गढ़ेंगे। संस्कृत का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत आज पूरे विश्व में प्रभावशाली भाषा के रूप में जानी जा रही है। अनेक देशों ने संस्कृत भाषा को अनिवार्य कर दिया हैं। जिनमें जर्मनी, नीदरलैंड, उरुग्वे आदि प्रमुख हैं। पतंजलि गुरुकुलम् की स्थापना से मैं खुश हूँ। अब कोई पाश्चात्य सभ्यता हमें दासता की जंजीरों में नहीं बांध सकेगी।
मैं पतंजलि गुरुकुलम् में भारत का भविष्य देख रहा हूँ। यहाँ पढ़ने वाले देश के भविष्य को गढ़ेंगे। संस्कृत का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत आज पूरे विश्व में प्रभावशाली भाषा के रूप में जानी जा रही है। अनेक देशों ने संस्कृत भाषा को अनिवार्य कर दिया हैं। जिनमें जर्मनी, नीदरलैंड, उरुग्वे आदि प्रमुख हैं। पतंजलि गुरुकुलम् की स्थापना से मैं खुश हूँ। अब कोई पाश्चात्य सभ्यता हमें दासता की जंजीरों में नहीं बांध सकेगी।