पतंजलि ने मीडिया में फैल रही खबरों को बताया भ्रामक

पतंजलि ने मीडिया में फैल रही खबरों को बताया भ्रामक

हरिद्वार। पतंजलि ने संस्था के बारे में फैलाई जा रही झूठी खबरों का खंडन किया है। पतंजलि ने जारी बयान में कहा है कि जो भी दिव्य फार्मेसी के खिलाफ गैर जिम्मेदार या भ्रामक खबरे फैलाएगा उसके खिलाफ कम्पनी उचित कार्रवाई करेगी। पतंजलि में जितने भी उत्पाद और औषधियाँ बनाई जाती हैं वह निर्धारित मानकों के अनुरूप होती हैं।
    पतंजलि की औषधि निर्माण इकाई दिव्य फार्मेसी भी आयुर्वेद परम्परा में सर्वाधिक अनुसंधान व गुणवत्ता के साथ अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप औषधि बनाने वाली संस्था है। जिसने हमेशा वैज्ञानिकों के सहयोग से प्रिक्लिनिकल व क्लिनिकल ट्रायल के आधार पर जो भी निष्कर्ष निकाला है उसे हमेशा रोगियों के लिए देश के समक्ष रखा है। संस्था ने हमेशा उन पर कड़ा प्रहार किया है जो चिकित्सा के नाम पर भ्रम व भय फैला रहे हैं।
     पतंजलि ने कहा कि मीडिया के हवाले से खबर मिली है कि कम्पनी के खिलाफ झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं। जिससे लगता है कि इसमें आयुर्वेद विरोधी ड्रग माफियाओं की संलिप्तता है, लेकिन हम किसी भी तरह इस षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगे। कम्पनी का आरोप है कि इस मामले में सम्मिलित आयुर्वेद एवं यूनानी सेवा उत्तराखण्ड विभाग ने अपनी जिम्मेदारी को दरकिनार करके जिस पत्र को मीडिया से प्रसारित किया है उसकी काॅपी अभी तक किसी भी रूप में पतंजलि संस्थान को नहीं सौंपी गई है।
     जिस विज्ञापन को प्रसारित किए जाने की बात संज्ञान में आई है, इस बारे में लाइसेंस अधिकारी को 30 सितम्बर को जानकारी दी जा चुकी है, इसके बावजूद भी उच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करते हुए मनमाने ढंग से एकतरफा कार्रवाई की जा रही है।

Related Posts

Advertisement

Latest News

एजुकेशन फार लीडरशिप का शंखनाद एजुकेशन फार लीडरशिप का शंखनाद
राष्ट्रभक्त बुद्धिजीवियों को विश्व नेतृत्व के लिए तैयार करने की योजना -       पतंजलि विश्वविद्यालय के विश्वस्तरीय वृहद सभागार में आयोजित...
उपलब्धियां : NCISM द्वारा जारी रेटिंग में पतंजलि आयुर्वेद कालेज A-ग्रेड के साथ टाप-20 में शामिल
MOU :  स्वस्थ्य भारत के लक्ष्य की ओर पतंजलि का एक कदम
उपनयन संस्कार : पतंजलि आयुर्वेद कालेज में शिक्षारम्भ व उपनयन संस्कार समारोह सम्पन्न
बंगाल इंजीनियर ग्रुप (BEG) के उच्च अधिकारियों का पतंजलि भ्रमण, संस्थान के सेवा कार्यों को सराहा
शोक संदेश
कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विवि में शास्त्रभारती व्याख्यान