सम्मानित: पूज्य आचार्य श्री को डी-लिट की मानद उपादि
हरिद्वार। रीवा (मध्य प्रदेश) के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के सप्तम दीक्षांत समारोह में पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज को प्रबंध संकाय में डी-लिट् की मानद उपाधि प्रदान की गई। अवधेश प्रता सिंह विश्वविद्यालय प्रत्येक वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्ति को शोध उपाधि, स्नातकोत्तर उपाधि, डी-लिट् उपाधि, स्वर्ण पदक आदि से सम्मानित करता है। इस अवसर पर प्रो.अतुल पाण्डेय जी ने पूज्य आचार्य श्री के जीवन की अनेक उपलब्धियों व सेवा कार्यों का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि पूज्य आचार्य श्री ने भारतीय आयुर्वेद ज्ञान के…
हरिद्वार। रीवा (मध्य प्रदेश) के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के सप्तम दीक्षांत समारोह में पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज को प्रबंध संकाय में डी-लिट् की मानद उपाधि प्रदान की गई। अवधेश प्रता सिंह विश्वविद्यालय प्रत्येक वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्ति को शोध उपाधि, स्नातकोत्तर उपाधि, डी-लिट् उपाधि, स्वर्ण पदक आदि से सम्मानित करता है।
इस अवसर पर प्रो.अतुल पाण्डेय जी ने पूज्य आचार्य श्री के जीवन की अनेक उपलब्धियों व सेवा कार्यों का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि पूज्य आचार्य श्री ने भारतीय आयुर्वेद ज्ञान के अध्ययन एवं विस्तार में अथक प्रयास किया है। पूज्य आचार्य श्री को देश-विदेश की सरकारों द्वारा लगभग 14 विभिन्न सम्मान प्राप्त हुए हैं। नेपाली केबिनेट द्वारा भी भारत गौरव सम्मान से पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज को नवाजा गया है। पूज्य आचार्य श्री के सौ से अधिक शोधपत्र देश-विदेश की शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं तथा इनके नाम 31 पेटेंट भी हुए हैं। पूज्य आचार्य श्री द्वारा योग एवं आयुर्वेद के क्षेत्र में 50 से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है। इस अवसर पर मध्यप्रदेश की राज्यपाल तथा अवधेश प्रताप सिंह विवि की कुलाधिपति महामहिम श्रीमती आनंदीबने पटेल जी, कुलपति प्रो. के.एन. सिंह यादव, कुलसचिव डाॅ. पुष्पा सोनवानी सहित विश्वविद्यालय के अन्य गणमान्य प्राध्यापक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। -साभारः राष्ट्रीय सहारा’