ऋषि परम्पराओं का पूर्ण निष्ठा से करना चाहिए पालन
रक्षाबंधनः अपनी ऋषि परम्पराओं का पूर्ण निष्ठा से पालन करना चाहिए हरिद्वार। आचार्यकुलम् में छठा उपनयन संस्कार धूमधाम से मनाया गया। हर वर्ष की तरह इस साल भी आचार्यकुलम् में भिन्न-भिन्न स्थानों से शिक्षा ग्रहण करने आए 163 नये विद्यार्थियों का विद्यारम्भ संस्कार (उपनयन संस्कार) वेदमंत्रों के साथ कराया गया। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने यज्ञोपवीत (जनेऊ) के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा मनुष्य के दो जन्म होते हैं। पहला माता के गर्भ से और दूसरा जन्म तब होता है जब उसका यज्ञोपवीत संस्कार होता है। योगर्षि स्वामी रामदेव…
रक्षाबंधनः अपनी ऋषि परम्पराओं का पूर्ण निष्ठा से पालन करना चाहिए
हरिद्वार। आचार्यकुलम् में छठा उपनयन संस्कार धूमधाम से मनाया गया। हर वर्ष की तरह इस साल भी आचार्यकुलम् में भिन्न-भिन्न स्थानों से शिक्षा ग्रहण करने आए 163 नये विद्यार्थियों का विद्यारम्भ संस्कार (उपनयन संस्कार) वेदमंत्रों के साथ कराया गया। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने यज्ञोपवीत (जनेऊ) के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा मनुष्य के दो जन्म होते हैं। पहला माता के गर्भ से और दूसरा जन्म तब होता है जब उसका यज्ञोपवीत संस्कार होता है। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि यज्ञोपवीत के तीन धागे तीन ऋणों की ओर संकेत करते हैं। ये तीन ऋण हैं ऋषि ऋण, पितृ ऋण और देव ऋण। प्रत्येक मनुष्य के ऊपर ये तीन ऋण होते हैं। इन ऋणों से मुक्त हुए बिना कोई भी मनुष्य स्थायी सुख और शांति नहीं प्राप्त कर सकता। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने विद्यार्थियों से कहा हमें अपनी ऋषि परम्पराओं का पूर्ण निष्ठा से पालन करना चाहिए।
शिखा (चोटी), जनेऊ ये हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं। हमें इन प्रतीकों को अपनाना है और उसके अनुसार आचरण भी करना है। तब हम कल्याण मार्ग के पथिक बन सकेंगे तथा अपना और अपने राष्ट्र का उत्थान कर पायेंगे। श्रावण उपाकर्म व रक्षाबंधन के पावन पर्व पर उपनयन संस्कार का महत्व बताते हुए पूज्य आचार्य श्री ने कहा हमें अपने संस्कारों, अपनी परम्पराओं, अपनी संस्कृति के प्रति श्रद्धा रखनी चाहिए। यह रक्षाबंधन का पर्व केवल राखी का त्योहार नहीं, बल्कि यह हमें प्रेरित करता है कि हम अशुभ से बचने के लिए और शुभ कर्म करने के लिए संकल्पित हों। अर्थात् अशुभ प्रवृत्तियों से अपनी रक्षा करें। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक एलआर सैनी ने सभी विद्यार्थियों के ऊपर पुष्पवर्षा कर आशीर्वाद दिया। -साभारः अमर उजाला’