स्वामी श्रद्धानन्द गुरुकुलीय शिक्षा प्रणाली का उन्नायक
स्वामी श्रद्धानन्द को भारत रत्न दिये जाने की मांग की, वह देवभूमि के ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण देश की विभूति थे: पू.स्वामी जी
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हरिद्वार। स्वामी श्रद्धानन्द के 99वें बलिदान दिवस पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने स्वामी श्रद्धानन्द को महान शिक्षाविद, देशभक्त एवं गुरुकुलीय शिक्षा प्रणाली का उन्नायक बताया। इस मौके पर परम पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज श्रद्धानन्द के प्रारम्भिक जीवन से लेकर महात्मा मुंशीराम और स्वामी श्रद्धानन्द बनने तक की जीवन यात्रा को अत्यंत रोचक और सारगर्भित रूप मंे बताया। उन्होंने कहा कि जिस लार्ड मैकाले की शिक्षा के विरुद्ध स्वामी श्रद्धानन्द ने गुरुकुल शिक्षा प्रणाली का बिगुल बजाया था आज उसकी प्रासंगिकता है। उन्होंने कहा कि केवल उनके जीवन को इस रूप में बदलने का श्रेय स्वामी श्रद्धानन्द और गुरुकुल शिक्षा प्रणाली को जाता है। गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान यज्ञ और कुलपताका को फहराकर स्वामी श्रद्धानन्द को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचन्द अग्रवाल जी ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द का बलिदान देश में हिंदुत्व की रक्षा का परिचायक है। उन्होंने अपना सर्वस्व समर्पित करके गुरुकुल की स्थापना की थी। उनके 99वें बलिदान दिवस हमंे देश की रक्षा के साथ-साथ मानवीयता का पाठ भी पढ़ाता है। उन्होंने स्वामी श्रद्धानन्द को युगपुरुष कहकर सम्मानित किया। मुख्याधिष्ठाता डाॅ. दीनानाथ शर्मा ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द का यह तपोवन हमें त्याग और बलिदान की याद दिलाता है। स्वामी श्रद्धानन्द ने अपना सर्वस्व समर्पित करके यह स्थान बनाया था। हमें सदैव इसकी रक्षा करनी चाहिए। संचालन कर रहे डाॅ. योगेश शास्त्री ने परम पूज्य स्वामी जी महाराज और कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल से मांग की कि 23 दिसम्बर को पूरे उत्तराखण्ड के विद्यालयों में स्वामी श्रद्धानन्द के जीवन चरित्र को समझाकर, दिखाकर और पाठ्यक्रम में सम्मिलित कर अनिवार्य रूप से मनाया जाना चाहिए। चूंकि स्वामी श्रद्धानन्द देवभूमि की ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण देश की विभूति थे। उन्होंने स्वामी श्रद्धानन्द को भारत रत्न दिये जाने की मांग की। गुरुकुल के ब्रह्मचारियों ने धर्मेंद्र आर्य के निर्देशन में प्रस्तुत गीतों से सभी को आनंदित किया। इस अवसर पर स्वामी अग्न्यानंदी, पूर्व महापौर मनोज गर्ग, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विक्रम भुल्लर, रविकांत मलिक, प्रभात सिंह, रोहित वालियान, आशीष चैधरी, आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व शोभा यात्रा निकाली गई। स्वामी श्रद्धानन्द चैक पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम समाप्त हुआ।
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