कार्यकत्र्ता बैठक: 1500 निःषुल्क नियमित योग-कक्षाओं के  लक्ष्य पूर्ति के लिए साध्वी देवप्रिया जी ने दिए टिप्स

महिला पतंजलि योग समिति का महिला महासम्मेलन एवं योग गोष्ठी

कार्यकत्र्ता बैठक: 1500 निःषुल्क नियमित योग-कक्षाओं के  लक्ष्य पूर्ति के लिए साध्वी देवप्रिया जी ने दिए टिप्स

  जालंधर (पंजाब)। महिला पतंजलि योग समिति, पतंजलि योग समिति, भारत स्वाभिमान, युवा भारत, पतंजलि किसान सेवा समिति की ओर से द्रोणा गार्डन, बस्ती बावा खेल कपूरथला रोड में महिला महासम्मेलन करवाया गया। कार्यक्रम में योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज की अनन्य शिष्या साध्वी डाॅ.देवप्रिया जी ने योग, यज्ञ, स्वदेशी, प्राकृतिक चिकित्सा एवं भारतीय शिक्षा के उद्देश्य की पूर्ति हेतु महिला पतंजलि संगठन के कार्यक्रम में शिरकत की। साध्वी देवप्रिया जी ने महिला पतंजलि योग समिति द्वारा 1500 निःशुल्क नियमित योग कक्षाओं के लक्ष्य पूर्ति के लिए टिप्स दिए। इससे पूर्व योगर्षि स्वामी जी महाराज ने अपने संगठन के भाई-बहन कार्यकर्ताओं को योग, आयुर्वेद प्राकृतिक चिकित्सा और स्वदेशी आंदोलन द्वारा देश को रोगमुक्त, नशा मुक्ति, भ्रष्टाचार मुक्त करने का आह्वान किया। पंजाब में महिला संगठन की 21 जिलों में और 50 तहसीलों में सक्रिय योग समितियां कार्यरत हैं। इस कार्यक्रम में पंजाब, हिमाचल व चंडीगढ़ के वरिष्ठ राज्य प्रभारी श्री लक्ष्मी दत्त जी ने मंच संचालन किया यहां बहन सीमा जी, प्रवीणा, सुनीता, अनीता, किरण, पूर्णिमा बेरी, राजेंदर जी, लखविंदर व अन्य गणमान्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Related Posts

Advertisement

Latest News

आयुर्वेद अमृत आयुर्वेद अमृत
    आयुर्वेद शाष्यत है, अनादि है किंतु पे लगभग 2000 वर्ष पूर्व आयुर्वेद काल, समय, स्थिति के कारण पिछड़ गया
78वां स्वतंत्रता दिवस  :  देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर  पतंजलि योगपीठ में ध्वजारोहण....
दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट को मिला NCVET का Accreditation
बौद्धिक शिविर : पतंजलि योगपीठ में नेपाल राष्ट्र के बौद्धिक वर्ग के प्रबुद्धजनों के लिए ‘प्रबुद्धजन योग विज्ञान शिविर’ का आयोजन
अमेरिका के रिसर्च जर्नल Scientific Reports के अनुसार आयुर्वेदिक  औषधि  रीनोग्रिट है किडनी रोगो के लिए है प्रभावशाली उपचार आयुर्वेद सत्य है, यह एक तथ्य है, क्योंकि अनुसंधान का प्रमाण है -पू.आचार्य श्री
पतंजलि विवि में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ
विचार संगोष्ठी :  हरिद्वार में युवाओं में नैतिकता और आध्यात्मिकता जगाने पर जोर