पुरातन संस्कृति और आधुनिक शिक्षा का हो समन्वय

पुरातन संस्कृति और आधुनिक शिक्षा का हो समन्वय

शीघ्र अस्तित्व में आएगा वैदिक आध्यात्म आधारित शिक्षा बोर्ड:स्वामी जी हरिद्वार। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद श्री अमित शाह जी ने पुरातन भारतीय संस्कृति और आधुनिक शिक्षा का समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आचार्यकुलम् मैकाले की दोषपूर्ण शिक्षा पद्धति का श्रेष्ठ विकल्प है। यहाँ से तेजस्वी, ओजस्वी व वैदिक संस्कार से सिंचित नागरिक तैयार होंगे जो भारत ही नहीं पूरे विश्व में फैले विकारों का शमन करते हुए भारतीय संस्कृति की पताका फहराएंगे। उन्होंने कहा कि कितनी भी कठिनाइयां आएं, श्रद्धेय स्वामी जी महाराज…

शीघ्र अस्तित्व में आएगा वैदिक आध्यात्म आधारित शिक्षा बोर्ड:स्वामी जी

हरिद्वार। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद श्री अमित शाह जी ने पुरातन भारतीय संस्कृति और आधुनिक शिक्षा का समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आचार्यकुलम् मैकाले की दोषपूर्ण शिक्षा पद्धति का श्रेष्ठ विकल्प है। यहाँ से तेजस्वी, ओजस्वी व वैदिक संस्कार से सिंचित नागरिक तैयार होंगे जो भारत ही नहीं पूरे विश्व में फैले विकारों का शमन करते हुए भारतीय संस्कृति की पताका फहराएंगे।

उन्होंने कहा कि कितनी भी कठिनाइयां आएं, श्रद्धेय स्वामी जी महाराज और पूज्य आचार्य श्री अपने लक्ष्य को लेकर दृढ़ हैं। स्वदेशी शिक्षा का कार्य पतंजलि के सभी कार्यों में सबसे कठिन कार्य है, लेकिन हम आश्वस्त हैं कि यह कार्य भी वे सहजता से करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि हमारी शिक्षा प्रणाली हमारी संस्कृति के अनुरूप नहीं है तो विकास किसी काम का नहीं है। उन्होंने कहा कि 10 हजार विद्यार्थियों के लिए आचार्यकुलम् और एक लाख विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय श्रद्धेय स्वामी जी महाराज की संकल्पना कोई छोटा कार्य नहीं है। श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि वर्ष 2013 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्राी और मौजूदा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जिस आचार्यकुलम् संस्थान देश के पांच प्रमाणिक सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों में शामिल हो चुका है। पतंजलि योगपीठ के महामंत्री पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने कहा कि शिक्षा में स्वदेशी को लेकर आज पूरे देश में नया उत्साह देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आचार्यकुलम् स्वदेशी-शिक्षा का बेहतर विकल्प है। यहां विद्यार्थियों को भाषा के स्तर पर हिंदी, संस्कृत व अंगे्रजी भाषाओं में परांगत किया जा रहा है। समारोह में पूज्य स्वामी गोविंददेव गिरि जी महाराज, विधायक श्री आदेश चैहान जी, श्री संजय गुप्ता जी, स्वामी यतीश्वरानंद जी, श्री सुरेश राठौर जी, भाजपा के जिला प्रभारी श्री विनय रोहेला जी, महामंत्री श्री विकास तिवारी जी, श्री नरेश शर्मा जी, श्री महावीर अग्रवाल जी, श्री ललित मोहन जी आदि मौजूद थे। -साभारः अमर उजाला

Related Posts

Advertisement

Latest News

आयुर्वेद अमृत आयुर्वेद अमृत
    आयुर्वेद शाष्यत है, अनादि है किंतु पे लगभग 2000 वर्ष पूर्व आयुर्वेद काल, समय, स्थिति के कारण पिछड़ गया
78वां स्वतंत्रता दिवस  :  देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर  पतंजलि योगपीठ में ध्वजारोहण....
दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट को मिला NCVET का Accreditation
बौद्धिक शिविर : पतंजलि योगपीठ में नेपाल राष्ट्र के बौद्धिक वर्ग के प्रबुद्धजनों के लिए ‘प्रबुद्धजन योग विज्ञान शिविर’ का आयोजन
अमेरिका के रिसर्च जर्नल Scientific Reports के अनुसार आयुर्वेदिक  औषधि  रीनोग्रिट है किडनी रोगो के लिए है प्रभावशाली उपचार आयुर्वेद सत्य है, यह एक तथ्य है, क्योंकि अनुसंधान का प्रमाण है -पू.आचार्य श्री
पतंजलि विवि में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ
विचार संगोष्ठी :  हरिद्वार में युवाओं में नैतिकता और आध्यात्मिकता जगाने पर जोर