योग दिवस पर तीर्थनगरी में बिखरे योग के रंग
अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित हरिद्वार। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पतंजलि योगपीठ, दिव्य योग मंदिर कनखल, पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क पदार्था, दिव्य फार्मेसी ए-1, योग ग्राम आदि में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गये। निरामयम्, पतंजलि अनुसंधान संस्थान, राजीव दीक्षित भवन, वानप्रस्थाश्रम, पतंजलि हर्बल गार्डन, गुरुकुल गौशाला फार्म, तेलीवाला कृषि फार्म, पतंजलि आयुर्वेद काॅलेज, पतंजलि विश्वविद्यालय, आचार्यकुलम्, पतंजलि आयुर्वेद लि., पतंजलि ग्रामोद्योग न्यास, समेत समस्त इकाईयों के अधिकारियों, कर्मचारियों, वानप्रस्थियों, छात्रों और आजीवन सेवावृतियों ने अपनी सहभागिता दर्ज करायी। पतजंलि योगपीठ, द्वितीय चरण में आयोजित कार्यक्रम में योग…
अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित
हरिद्वार। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पतंजलि योगपीठ, दिव्य योग मंदिर कनखल, पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क पदार्था, दिव्य फार्मेसी ए-1, योग ग्राम आदि में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गये। निरामयम्, पतंजलि अनुसंधान संस्थान, राजीव दीक्षित भवन, वानप्रस्थाश्रम, पतंजलि हर्बल गार्डन, गुरुकुल गौशाला फार्म, तेलीवाला कृषि फार्म, पतंजलि आयुर्वेद काॅलेज, पतंजलि विश्वविद्यालय, आचार्यकुलम्, पतंजलि आयुर्वेद लि., पतंजलि ग्रामोद्योग न्यास, समेत समस्त इकाईयों के अधिकारियों, कर्मचारियों, वानप्रस्थियों, छात्रों और आजीवन सेवावृतियों ने अपनी सहभागिता दर्ज करायी। पतजंलि योगपीठ, द्वितीय चरण में आयोजित कार्यक्रम में योग एवं षट्कर्म विभाग प्रमुख डाॅ. सचिन त्यागी के दिशा निर्देशन में काॅमन योग प्रोटोकाॅल के तहत योगसत्र का आरम्भ किया गया। सत्र की शुरूआत ग्रीवा, घुटनों तथा कंधें के सूक्ष्म व्यायाम से हुई। इसके बाद खड़े होकर करने वाले आसनों में ताड़ासन का अभ्यास कराते हुए डाॅ. त्यागी जी ने बताया कि इन आसनों से बच्चों की लम्बाई बढ़ती है। रीढ़ की हड्डी सुदृढ़ रहती है तथा सम्पूर्ण शरीर को स्थायित्व मिलता है। इसके बाद योग साधकों को नियमित योग का संकल्प दिलाया गया। मुख्य महाप्रबंधक श्री ललित मोहन जी ने योग साधकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि योग भारत की प्राच्य ऋषि परम्परा की अनुपम भेंट है। योग मात्र व्यायाम नहीं अपितु सम्पूर्ण जीवन पद्धति है। योग के नियमित अभ्यास से मनोदैहिक रोगों का समाधान स्वतः ही हो जाता है। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन से विश्व में बढ़ते आपसी मतभेद समाप्त होंगे तथा एकता व विश्वबंधुत्व की भावना विकसित होगी। पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डाॅ. महावीर अग्रवाल जी ने कहा कि पतंजलि के माध्यम से देश-विदेश में योग की पुनस्थापित हुई है। जिस प्रकार सम्पूर्ण शरीर का केंद्र नाभि है। उसी प्रकार इस सम्पूर्ण विश्व में योग का एकमात्र केंद्र पतंजलि योगपीठ है। पतंजलि के माध्यम से सम्पूर्ण विश्व में एकजुटता तथा सामंजस्य की भावना का सृजन हुआ है। -साभारः राष्ट्रीय सहारा