गुरु पूर्णिमा: गुरु ही जीवन के मोक्ष के द्वार तक ले जाता है
मुजफ्फरपुर (बिहार)। गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पांय, बलिहारी गुरु अपने गोविंद दियो बताए। इस निष्ठा के साथ गुरु पूर्णिमा पर शहर में गुरु की वंदना की गई। विभिन्न संगठनों ने कार्यक्रम आयोजित कर अपने गुरुओं का सम्मान किया। रामबाग रोड़ स्थित वासुदेव संगीत काॅलेज में गुरु की वंदना में कलाकारों ने नृत्य-संगीत के कई कार्यक्रम पेश किए। बेला स्थित रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में प्रातः में मंगल आरती व विशेष पूजा कार्यक्रम हुआ। इसके बाद सम्मेलन हुआ जिसमें भारतीय आध्यात्म की संस्कृति में गुरु पूर्णिमा के महत्त्व पर प्रकाश…
मुजफ्फरपुर (बिहार)। गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पांय, बलिहारी गुरु अपने गोविंद दियो बताए। इस निष्ठा के साथ गुरु पूर्णिमा पर शहर में गुरु की वंदना की गई। विभिन्न संगठनों ने कार्यक्रम आयोजित कर अपने गुरुओं का सम्मान किया। रामबाग रोड़ स्थित वासुदेव संगीत काॅलेज में गुरु की वंदना में कलाकारों ने नृत्य-संगीत के कई कार्यक्रम पेश किए। बेला स्थित रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में प्रातः में मंगल आरती व विशेष पूजा कार्यक्रम हुआ। इसके बाद सम्मेलन हुआ जिसमें भारतीय आध्यात्म की संस्कृति में गुरु पूर्णिमा के महत्त्व पर प्रकाश डाला। भारत स्वाभिमान न्यास सह पतंजलि योग समिति, महिला पतंजलि योग समिति, युवा भारत एवं पतंजलि किसान सेवा समिति के तत्वाधान में आमगोला कार्यालय भजन व यज्ञ का कार्यक्रम हुआ जिसमें योग, आयुर्वेद, स्वदेशी एवं गो संवर्द्धन हेतु मार्गदर्शन किया।