पतंजलि योगपीठ व भारत स्वाभिमान जैसे संगठन देश को प्रगति पथ पर ले जाने का कार्य कर रहे
हरिद्वार। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देश को दिशा प्रदान करने का कार्य युवा संन्यासी करेंगे। उनके उफपर बहुत बड़ा दायित्व है। हम अपने चरित्रा को संन्यासियों के समान उन्नत करें तथा स्वयं को वेदों के अनुकूल बनाएं। स्वयं के चरित्रा से विश्व को चरित्रा की शिक्षा दें। इसी से भारत के विश्वगुरु बनने का मार्ग प्रशस्त होगा। यह बात मुख्यमंत्री ने पतंजलि योगपीठ में नवनिर्मित आयुर्वेद भवन के उद्घाटन और पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव उल्लास-2018 में कही।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पतंजलि योगपीठ एक पावर हाउफस के रूप में देश व विश्व को उफर्जा प्रदान कर रहा है। पतंजलि की शक्ति से समाजसेवा के अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश संक्रमण और परिवर्तन काल से गुजर रहा है। पतंजलि योगपीठ तथा भारत स्वाभिमान जैसे संगठन देश को प्रगति के पथ पर ले जाने का कार्य कर रहे हैं। श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने कहा कि मल्टीनेशनल कम्पनियों ने 5000 करोड़ का केमिकलयुक्त बाजार बनाया। जबकि पतंजलि ने 5000 करोड़ का कृषि उत्पादों का बाजार बनाया। जिससे किसान सीधे-सीधे लाभांवित हुए। हमारा लक्ष्य आयुर्वेदिक ओषधियों को एवीडेंस बेस्ड मेडिसीन के रूप में मान्यता दिलाना है। पश्चिम ने तकनीक तथा चीन ने प्राकृतिक संसाध्नों का प्रयोग करके अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया है। पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी ने कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्रा में पतंजलि पहली ऐसी संस्था है जिसने आयुर्वेद को एवीडेंस बेस्ड बनाने का कार्य किया। लगभग 1500 चिकित्सालयों पर रोगियों की पैथोलाजिकल जांच रिपोर्ट तथा उनका क्षेत्रा व प्रान्त आदि के अनुसार ईएमआर सिस्टम से सम्पूर्ण डाटा कलेक्शन का कार्य पतंजलि योगपीठ कर रहा है। इस अवसर पर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड ने पतंजलि को पांच नये विश्व कीर्तिमान का सर्टिपिफकेट जारी किया। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अभिनय कुमार ने भी विचार रखे। -साभारः हिन्दुस्तान’
पतंजलि देगा सौ बच्चों को पफेलोशिप माननीय शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत जी ने कहा कि मुख्यमंत्री योजना के तहत 100 बच्चों को पफेलोशिप के लिए पूज्य आचार्य श्री ने सहर्ष स्वीकृति दी है। इसी वर्ष पतंजलि में ज्ञानकुम्भ का भी आयोजन किया जाना है। शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक जी ने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी, जिसमें पतंजलि योगपीठ की विशेष भूमिका होगी। आयुष एवं वनमंत्री श्री हरक सिंह रावत ने कहा कि योग कोई नया शब्द नहीं है। वेदों से लेकर रामायण व महाभारत में योग व आयुर्वेद का विस्तृत वर्णन है।
एमओयू की कार्ययोजना जल्दी तैयार होगी।
केन्द्रीय आयुष सचिव राजेश कोटेचा ने कहा कि एक ट्री पार्टी एमओयू की कार्ययोजना जल्द तैयार की जाएगी। इसमें केन्द्र सरकार, पतंजलि योगपीठ तथा आयुर्वेद विश्वविद्यालय उत्तराखंड को मिलकर कार्य करना होगा। इसमें पाण्डुलिपियों को संरक्षित करने से लेकर एविडेस बेस्ड मेडिसीन के रूप में आयुर्वेदिक ओषधियों को मान्यता दिलाना शामिल होगा।