स्वदेश स्वाभिमान - Swadesh Swabhiman

संत समाज की दिव्य विभूति थे ब्रह्मलीन श्रीचन्द्र स्वामी:स्वामी जी

     हरिद्वार। उदासीन अखाड़े से जुड़े साधना केन्द्र आश्रम के अध्यक्ष श्रीचन्द्र स्वामी के ब्रह्मलीन होने पर विभिन्न अखाड़ों के संतों ने शोक व्यक्त कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। परम पूज्य स्वामी जी महाराज ने अपने श्रद्धांजलि संदेश में कहा कि ब्रह्मलीन श्रीचन्द्र स्वामी संत समाज की दिव्य विभूति और महान् आत्मा थे। उनके ब्रह्मलीन होने से श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन अखाड़े और समस्त आध्यात्मिक जगत को भारी क्षति हुई है। इसे पूरा करना असंभव होगा। पूज्य आचार्य जी ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीचन्द्र स्वामी जी महाराज ने अपने दिव्य ज्ञान से पूरी दुनिया में सनातन धर्म संस्कृति और आध्यात्मिकता को आगे बढ़ाया। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के महंत रघुमुनि जी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार के साथ अखाड़े की परम्पराओं को आगे बढ़ाने में ब्रह्मलीन संत का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।

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