हरिद्वार। योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भगवत कथा साक्षात श्री हरि की वाणी है। अज्ञान का अथाह भण्डार श्रीमद्भगवत कथा को जितना ग्रहण करो, जिज्ञासा उतनी ही बढ़ती जाती है। भूपतवाला स्थित हरिधाम सनातन सेवा ट्रस्ट आश्रम में आयोजित श्रीमद्भगवत कथा के दौरान योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि गंगा तट पर संत-महापुरुषों के सान्निध्य में श्रीमद्भगवत कथा का आयोजन व श्रवण सदैव कल्याणकारी होता है।
योगर्षि स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि परम पूज्य आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानन्द गिरि महाराज के सान्निध्य में विनोद धारीवाल और विला धारीवाल ने श्रीमद्भगवत कथा का आयोजन कर सराहनीय कार्य किया है। स्वामी बालकानंद गिरि महाराज ने कहा कि सदैव कल्याण करने वाली श्रीमद्भगवत कथा के श्रवण का अवसर सौभाग्य से प्राप्त होता है। इसलिए इस अवसर पर लाभ उठाते हुए कथा का श्रवण कर अपने जीवन को पवित्र करें। कथा के यजमान हांगकांग निवासी विनोद धारीवाल एवं विला धारीवाल ने व्यास पीठ का पूजन व आरती कर संत महापुरुषों से आशीर्वाद प्राप्त किया। कथा व्यास आचार्य राजेश, स्वामी यतीन्द्रानंद, स्वामी ललितानंद गिरी, महंत प्रहलाद दास, दीपक, सुरेश, महेश, आदि मौजूद रहे।