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पतंजलि के नाम पर ठगी, दो बिहार से धरे

बहादराबाद पुलिस आरोपी को नवादा से गिरफ्तार कर लाई हरिद्वार, एसपी सिटी ने किया मामले का खुलासा

   हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ की फर्जी वेबसाइट बनाकर बुकिंग के नाम पर लोगों से ठगी करने के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए बिहार के नवादा से दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। किशोर को हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। जबकि एक आरोपी को गिरफ्तार कर ट्रांजिस्ट रिमांड के बाद पुलिस हरिद्वार ले आई। आरोपियो ने लंदन यूनाइटेड किंगडम की आईपी से वेबसाइट तैयार कर ठगी का खेल शुरू किया था। एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई है। विगत दिवस को मायापुर पुलिस चैकी में पत्रकारों को जानकारी देते हुए नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि दो अगस्त को आचार्य रजनीश उर्फ स्वामी बजरंगदेव निवासी पतंजलि योगपीठ ने मुकदमा दर्ज कराया था। पिछले कुछ महीनों से पतंजलि में इलाज के नाम पर बुकिंग कराने के लिए फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी की जा रही थी। जिससे पतंजलि योगपीठ की छवि खराब हो रही थी। हाल ही में ऐसे तीन मामलों में करीब दो लाख की ठगी हुई। एसएसपी अजय सिंह की ओर से टीम गठित कर दिशा-निर्देश दिए गये थे। जांच में सामने आया कि पतंजलि में बुकिंग के नाम पर ठगी करने के लिए फर्जी वेबसाइट लंदन यूनाइटेड किंगडम की आईपी से बनाई गई है।
  डोमेन खरीदने के लिए पेमेंट का मोड भी इंटरनेशनल है। खाते की केवाईसी का स्थान, एटीएम विड्राल के साथ ही कालिंग नम्बर की लोकेशन निकालते हुए वेबसाइट क्रिएशन का स्थान यूनाइटेड किंगडम और देश के विभिन्न स्थानों का मिला।
 

सुराग लगने पर हरिद्वार से एक टीम बिहार भेजी गई

   एसपी सिटी ने बताया कि महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगने के बाद एक टीम बिहार भेजी गई। जहां खोजबीन करते हुए पुलिस टीम ने 10 अगस्त को नवादा जिले के गाम सोहजाना से बुकिंग के लिए बने फर्जी काॅल सेंटर से आरोपी सुरेंद्र चैधरी निवासी ग्राम कविरपुर, थाना शेखुपुर सराय जिला शेखपुरा बिहार को पकड़ लिया। उन्हें गिरफ्तार करने पर ग्रामीणों ने भारी विरोध किया। लेकिन स्थानीय पुलिस की मदद से उन्हें पकड़ने के बाद थाने लेकर पहुंची। बताया कि एक आरोपी के नाबालिग होने पर विधिक कार्रवाई के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। जबकि आरोपी सुरेन्द्र को सीजेएम कोर्ट नवादा से पेश कर ट्रांजिट रिमांड लिया। इसके बाद उसे हरिद्वार लाया गया। आरोपियों के बयान के साथ ही मोबाइल फोन से साक्ष्य मिले।

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