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भ्रमण : कोरोना काल में पतंजलि योगपीठ की सेवापरक गतिविधियों के प्रति कृतज्ञ: श्री गणेष जोशी

भ्रमण: कोरोना काल में पतंजलि योगपीठ की सेवापरक गतिविधियों के प्रति कृतज्ञ: श्री गणेष जोषी हरिद्वार। उत्तराखण्ड सरकार में औद्योगिक विकास, लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री गणेश जोशी जी का पतंजलि आगमन हुआ जहाँ कोरोना पर पतंजलि के आयुर्वेद अनुसंधान को लेकर उनकी गहन वार्ता पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज से हुई। पतंजलि पहुँचने पर कैबिनेट मंत्री का भव्य स्वागत किया गया। कोरोना के प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए श्री जोशी प्रदेश में फार्मा क्षेत्र की औद्योगिक गतिविधियों को अवलोकन करने हेतु दौरे पर हैं।…

भ्रमण: कोरोना काल में पतंजलि योगपीठ की सेवापरक गतिविधियों के प्रति कृतज्ञ: श्री गणेष जोषी

हरिद्वार। उत्तराखण्ड सरकार में औद्योगिक विकास, लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री गणेश जोशी जी का पतंजलि आगमन हुआ जहाँ कोरोना पर पतंजलि के आयुर्वेद अनुसंधान को लेकर उनकी गहन वार्ता पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज से हुई। पतंजलि पहुँचने पर कैबिनेट मंत्री का भव्य स्वागत किया गया। कोरोना के प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए श्री जोशी प्रदेश में फार्मा क्षेत्र की औद्योगिक गतिविधियों को अवलोकन करने हेतु दौरे पर हैं।

इस अवसर पर श्री जोशी जी ने कहा कि कोरोना महामारी के इस कालखण्ड में पतंजलि की सेवापरक गतिविधियाँ निरंतर जारी हैं चाहे कोरोना को लेकर आयुर्वेद अनुसंधान के रूप में श्वासारी कोरोनिल किट की बात हो या हरिद्वार स्थित बेस हाॅस्पिटल के सफल संचालन का विषय या आपदा की घड़ी में असहाय व जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क औषधि वितरण, इस आपदाकाल में पतंजलि की सेवापरक गतिविधियों के लिए पतंजलि योगपीठ के प्रति कृतज्ञता दोहराई।

इस अवसर पर पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने कहा कि पतंजलि ने कोरोनाकाल में अपनी आयुर्वेदिक अनुसंधानात्मक गतिविधियों तथा आयुर्वेदिक औषधियों की उत्पादक क्षमता का विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि पतंजलि के पास एक विश्वस्तरीय मजबूत सप्लाई चेन है। हमने प्रयास किया है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को पतंजलि की गुणवत्तायुक्त औषधियाँ एफएमसीजी उत्पाद व आवश्यकता वस्तुएँ जरूरतमंदों तक पहुंचा सकें। इसमें आर्डर-मी एप की भी बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने देश के आर्थिक सम्पन्न व्यक्तियों तथा संस्थानों से आह्वान किया कि आपदा की इस घड़ी में आगे आएँ तथा जिस किसी माध्यम से संभव हो पीड़ित मानवता की सहायता करें। हमें परमात्मा का धन्यवाद करना चाहिए कि हम किसी पीड़ित की सहायता करने हेतु सक्षम हैं। पूज्य आचार्य श्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में हम देशवासियों के साथ हैं।

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