पतंजलि कार्यशाला: तनाव ही रोगों का मूल कारण
हरिद्वार 29 से 31 मार्च, 2019 को पतंजलि रिसर्च फाउण्डेशन द्वारा ‘योग फाॅर हेल्थ एण्ड थैरेपी’ विषय पर आयोजित 3 दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिवस उद्घाटन सत्र को परम श्रद्धेय स्वामी जी महाराज ने सम्बोधित किया एवं योग को परा एवं अपरा विद्या बताया तथा समापन समारोह में श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने अनुसंधान की आवश्यकता पर बल देते हुए वैज्ञानिकों को मूल ग्रंथों के अध्ययन करने का आह्वान करते हुए उसे आचरण का विषय बताया। 30 मार्च दूसरे दिन के प्रथम सत्र को डाॅ. उषा नैयर जी ने अध्यक्षता किया तथा दूसरे सत्र की अध्यक्षता डाॅ. जयदीप आर्य जी ने की, उन्होंने कहा कि विचारों, भावनाओं, कर्मों एवं मन की शुद्धि का यदि कोई साधन है तो योग है।
पतंजलि रिसर्च फाउण्डेशन की निदेशक डाॅ. शरली टेल्लस जी ने योग के ऊपर किये गये विभिन्न शोध कार्यों की चर्चा करते हुए एक वर्षीय ‘‘मोटापा प्रबन्धन’’ पर आयोजित शोध कार्य में भारत स्वाभिमान एवं पतंजलि योग समिति के कार्यकत्र्ताओं द्वारा शोध कार्य में किये गये सहयोग की प्रशंसा की।